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इंदौर में सफेद घोड़ी का क्रेज… फैशन, प्रेस्टिज या सिर्फ सोशल मीडिया का दबाव?

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इंदौर में इस शादी-ब्याह सीजन में सफेद घोड़ी की मांग पहले से कई गुना बढ़ गई है। शहर से लेकर आसपास के गांवों तक बारात में सिर्फ सफेद घोड़ी पसंद की जा रही है। इंदौर के घोड़ी मालिकों के पास लगभग 150 सफेद घोड़ियां हैं, जबकि कम्पेल, खुडैल, सनावदिया और नाराखेड़ा जैसे गांवों में करीब 100 और घोड़ियां उपलब्ध हैं।
इनकी बुकिंग 3 घंटे के लिए 51 हजार से लेकर 11 लाख रुपए तक में हो रही है। ‘पद्मावती’, ‘सुखमणि’ और ‘गजगामिनी’ जैसी ब्रांडेड घोड़ियां इंदौर की पहचान बन चुकी हैं, जिनकी बुकिंग मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान, महाराष्ट्र और साउथ तक की जा रही है। कुछ घोड़ियां तो 2027 तक फुल बुक हैं।
डिमांड बढ़ने पर हाल ही में 15 नई सफेद घोड़ियां बुक की गईं, जिनमें से 6 पुष्कर से इंदौर पहुंच चुकी हैं। गांवों में सामान्य बुकिंग 5-10 हजार की रहती है, लेकिन शहर में हाई-एंड वेडिंग्स के लिए कीमतें लाखों तक पहुंच रही हैं।
सजावट पर 2.5 लाख तक खर्च, खूबसूरती बनाए रखने के लिए प्रजनन नहीं कराया जाता
घोड़ी मालिक बताते हैं कि शादी की ड्रोन शूटिंग, इंस्टाग्राम रील्स और रॉयल एंट्री की वजह से दूल्हा परिवार सफेद घोड़ी को ‘फर्स्ट चॉइस’ मान रहा है। घोड़ियों को सिल्वर कोटेड आभूषण, शाही गहने, कढ़ाईदार गले और चमकीले साफे से सजाया जाता है। इस सजावट पर 45 हजार से 2.5 लाख रुपए तक खर्च होता है।
खास बात यह है कि सफेद घोड़ियों की सुंदरता और बॉडी स्ट्रक्चर बरकरार रखने के लिए उनका प्रजनन नहीं कराया जाता। घोड़ी की उम्र 20–22 साल होती है, जिसमें 14 साल तक वह सबसे ज्यादा आकर्षक रहती है। इसलिए उनके मालिक उन्हें पूरी उम्र तक सर्विस में रखते हैं और उनके खान-पान व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हैं।
इंदौर की सबसे महंगी घोड़ी ‘पद्मावती’ की ऊंचाई करीब 5 फीट है। इसकी बुकिंग ‘तारक मेहता’ फेम अब्दुल के परिवार में 5 लाख में हुई थी, जबकि जनवरी 2026 में एक साउथ एक्टर के भतीजे की शादी में इसकी एंट्री 11 लाख रुपए में तय हुई है।
सफेद रंग पर कोई धार्मिक मान्यता नहीं है, लेकिन लुक और ट्रेंड की वजह से यह बारात की शान माना जा रहा है। शादी की हर बारात में अब सबसे पहले यही सवाल उठता है—
“सफेद घोड़ी मिली क्या?”
