UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद पाकिस्तान पहुंचे, निवेश और रक्षा सहयोग पर टिकी निगाहें

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संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शुक्रवार को पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर इस्लामाबाद पहुंचे। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस जनरल आसिम मुनीर ने उनका स्वागत किया।
यह इस साल शेख मोहम्मद बिन जायद की पाकिस्तान की दूसरी यात्रा है। इससे पहले जनवरी 2025 में वे रहीम यार खान में निजी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात कर चुके हैं, हालांकि राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक पाकिस्तान यात्रा है।
विदेश कार्यालय के बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति अल नाहयान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे भाईचारे और रणनीतिक रिश्तों को और मजबूत करने का अवसर है। इस दौरान व्यापार, निवेश, ऊर्जा, विकास और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में समझौते होने की संभावना है।
राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर इस्लामाबाद जिला प्रशासन ने शुक्रवार को राजधानी में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
पाकिस्तान-UAE के मजबूत संबंध
पाकिस्तान और UAE के बीच गहरे राजनयिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, जिन्हें UAE में रहने वाली बड़ी पाकिस्तानी प्रवासी आबादी और मजबूती देती है। UAE पाकिस्तान का प्रमुख व्यापारिक साझेदार और रेमिटेंस का बड़ा स्रोत है।
UAE में लगभग 17 से 19 लाख पाकिस्तानी प्रवासी रहते हैं, जो निर्माण, व्यापार, सेवा क्षेत्र, बैंकिंग, आईटी और अन्य पेशों में कार्यरत हैं। भारतीयों के बाद वे UAE की दूसरी सबसे बड़ी प्रवासी समुदाय हैं और देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देते हैं। हर साल हजारों नए पाकिस्तानी रोजगार की तलाश में UAE जाते हैं।
निवेश और रक्षा सहयोग की संभावनाएं
इस साल अप्रैल में पाकिस्तान और UAE के बीच संस्कृति, कांसुलर मामलों और व्यापार परिषद की स्थापना से जुड़े तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए थे। दोनों देश रक्षा, ऊर्जा और निवेश परियोजनाओं में पहले से सहयोग कर रहे हैं, जबकि UAE समय-समय पर पाकिस्तान को वित्तीय और मानवीय सहायता भी देता रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया डॉन के अनुसार, शेख मोहम्मद बिन जायद की विदेश नीति सुरक्षा और संस्थागत मजबूती पर केंद्रित रहती है। वे पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता, निर्णय लेने की प्रक्रिया और क्षेत्रीय खतरों से निपटने की क्षमता का आकलन कर सकते हैं। यदि उन्हें अनुकूल माहौल नजर आया, तो ऊर्जा, बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स, खनिज और रक्षा क्षेत्रों में अरबों डॉलर के निवेश की संभावना जताई जा रही है।
क्या UAE के साथ सऊदी अरब जैसा रक्षा समझौता संभव?
फिलहाल UAE और पाकिस्तान के बीच सऊदी अरब जैसा म्यूचुअल डिफेंस पैक्ट होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। सितंबर 2025 में सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच ऐसा समझौता हुआ था, जिसमें एक देश पर हमला दूसरे पर हमला माना जाएगा।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्षेत्रीय हालात और सुरक्षा चिंताओं के चलते खाड़ी देश अपनी सुरक्षा रणनीतियों में बदलाव कर रहे हैं और भविष्य में UAE भी इस दिशा में कदम उठा सकता है।
वर्तमान में UAE और पाकिस्तान के बीच रक्षा सहयोग ट्रेनिंग, जॉइंट एक्सरसाइज और सैन्य समन्वय तक सीमित है। दोनों देश नियमित रूप से संयुक्त सैन्य अभ्यास करते हैं और सेना, नौसेना व वायुसेना स्तर पर सहयोग जारी है।
