Monday, December 29, 2025

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अपराधियों की रणनीतियां हाईटेक हुई, पुलिस को उनसे एक कदम आगे रहना होगा

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29 दिसंबर 2025, 08:54 am IST
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यूपी में आयोजित ‘पुलिस मंथन’ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मेलन–2025 का समापन हो गया है। इस मंथन के दूसरे दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने संकेत दिया कि अब प्रदेश में अपराध, अराजकता, आतंकवाद, नशे के नेटवर्क और धर्मांतरण के लिए कोई जगह नहीं होगी। उन्होंने पुलिस और खुफिया तंत्र को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) समेत अत्याधुनिक तकनीक के व्यापक उपयोग के निर्देश देते हुए कहा कि बदलते समय में अपराधियों की रणनीतियां भी हाईटेक हो चुकी हैं, ऐसे में पुलिस को उनसे एक कदम आगे रहना होगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबक योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सोशल मीडिया और साइबर स्पेस आज केवल संवाद का जरिया नहीं रह गए हैं, बल्कि इन्हें समाज को तोड़ने, भ्रम फैलाने और कानून-व्यवस्था को चुनौती देने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर सतत और सख़्त निगरानी रखी जाए और जातीय और धार्मिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले किसी भी कंटेंट के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की शांति, सुरक्षा और सामाजिक एकता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।


सीएम ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग, फेक न्यूज, दुष्प्रचार, डीपफेक, डार्क वेब और साइबर अपराध से जुड़ी बढ़ती चुनौतियों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज अपराध केवल सड़कों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए भी समाज को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों को तकनीकी रूप से और ज्यादा सक्षम होना होगा। योगी ने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट, वीडियो या संदेश पर तत्काल संज्ञान लिया जाए।


उन्होंने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि कुछ असामाजिक तत्व महापुरुषों और प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों के नाम का दुरुपयोग कर नए-नए संगठन खड़े कर रहे हैं और इसके जरिए भ्रम व अव्यवस्था फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस को ऐसे संगठनों की पृष्ठभूमि की गहन जांच करने, उनके फंडिंग सोर्स की पड़ताल करने और नेटवर्क को जड़ से ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को प्रारंभिक स्तर पर ही चिन्हित कर प्रभावी कार्रवाई की जाए, ताकि बड़ी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने पुलिस के अब तक किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में लोकल इनपुट, जमीनी सूचना और तकनीकी निगरानी को और अधिक सक्रिय व प्रभावी बनाने की जरूरत है। प्रदेश में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए समयबद्ध और ठोस कार्रवाई बेहद जरूरी है।


गो-तस्करी के मामलों पर मुख्यमंत्री ने सख़्त रुख अपनाते हुए कहा कि केवल त्वरित गिरफ्तारी ही पर्याप्त नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि गो-तस्करी से जुड़े पूरे नेटवर्क, उसके फंडिंग सोर्स और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि गो-तस्करी न केवल कानून-व्यवस्था का सवाल है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक अपराध भी है, जिसे जड़ से समाप्त करना जरूरी है। ‘पुलिस मंथन’ कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न सत्रों में आधुनिक पुलिसिंग से जुड़े अहम विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।

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