फिल्मी अंदाज में डकैती: पार्किंग से सुरंग खोदकर उड़ाए 300 करोड़ के अलावा आभूषण और नकदी

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फिल्मों में बैंक डकैती के दृश्य अक्सर दर्शकों को रोमांचित करते हैं। जॉर्ज क्लूनी की ओशन्स इलेवन हो या भारतीय सिनेमा की धूम-3, पर्दे पर शातिर चोरों को सुरक्षा घेरा तोड़ते देखना तालियों की गड़गड़ाहट पैदा करता है। लेकिन जब ऐसी घटना हकीकत में होती है, तो यह हजारों परिवारों की उम्र भर की कमाई पर वज्रपात जैसा होता है। हाल ही में जर्मनी में एक ऐसी ही सनसनीखेज डकैती हुई है, जिसने हॉलीवुड की बड़ी से बड़ी थ्रिलर फिल्म को पीछे छोड़ दिया है। शातिर चोरों ने एक बैंक के भीतर घुसकर छुट्टी वाले दिन का फायदा उठाया और अंडरग्राउंड वॉल्ट में ड्रिल करके लगभग 316 करोड़ रुपये (30 मिलियन यूरो) से अधिक की नकदी, सोना और बेशकीमती ज्वेलरी पर हाथ साफ कर दिया।
यह मामला पश्चिमी जर्मनी के गेल्सेंकिर्चेन शहर का है। यहाँ के स्पार्कस बैंक की एक शाखा में चोरों ने सुरक्षा के तमाम दावों को धता बताते हुए इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, लुटेरों ने अत्यंत पेशेवर और फिल्मी तरीका अपनाया। जांचकर्ताओं का मानना है कि संदिग्ध चोर बैंक के पास स्थित एक पार्किंग गैराज के रास्ते अंदर दाखिल हुए। उन्होंने वहां से बैंक के अंडरग्राउंड वॉल्ट रूम (तिजोरी कक्ष) तक पहुंचने के लिए कंक्रीट की दीवारों में ड्रिलिंग की। माना जा रहा है कि इस गिरोह ने शनिवार और रविवार का पूरा समय बैंक के भीतर ही बिताया और बहुत ही इत्मीनान से 3,000 से अधिक सुरक्षित जमा बक्सों (सेफ डिपॉजिट बॉक्स) को खंगाला।
इस बड़ी चोरी का खुलासा सोमवार सुबह तब हुआ जब बैंक के भीतर फायर अलार्म बज उठा। सूचना मिलते ही जब इमरजेंसी सेवाएं और पुलिस मौके पर पहुंची, तो वॉल्ट रूम का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। वहां एक बड़ा छेद मिला और हजारों लॉकर टूटे हुए पड़े थे। जांच के दौरान चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने शनिवार रात और रविवार सुबह के बीच पार्किंग गैराज की सीढ़ियों पर कुछ संदिग्ध लोगों को बड़े बैग ले जाते देखा था। सीसीटीवी फुटेज की जांच में भी चौंकाने वाले सुराग मिले हैं। सोमवार सुबह एक काली ऑडी आरएस 6 गाड़ी गैराज से निकलती देखी गई, जिसमें नकाबपोश चोर सवार थे। पुलिस के मुताबिक, उस गाड़ी पर लगी लाइसेंस प्लेट भी फर्जी थी, जिसे पहले ही हनोवर शहर से चुराया गया था।
पुलिस प्रशासन ने इस ऑपरेशन को बेहद संगठित और पेशेवर करार दिया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने इस घटना की तुलना सीधे तौर पर फिल्म ओशन्स इलेवन से करते हुए कहा कि इसमें अपराधियों की गहरी विशेषज्ञता और महीनों की प्लानिंग साफ नजर आती है। चोरों ने केवल उन्हीं लॉकर को निशाना बनाया जो कीमती सामान से भरे थे। इस घटना के बाद बैंक ग्राहकों में हाहाकार मच गया है। कई पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने वहां अपनी जिंदगी भर की पूंजी और बीमा के पैसे रखे थे। हालांकि पुलिस ने प्रति लॉकर औसतन 10,000 यूरो के बीमा मूल्य के आधार पर नुकसान का अनुमान लगाया है, लेकिन ग्राहकों का दावा है कि उनका वास्तविक नुकसान इस सरकारी आंकड़े से कहीं अधिक है। वारदात के बाद मंगलवार को बैंक की शाखा के बाहर सैकड़ों ग्राहकों की भारी भीड़ जमा हो गई। जानकारी न मिलने से नाराज लोग बैंक स्टाफ को धमकियां देने लगे, जिसके बाद सुरक्षा कारणों से बैंक को फिलहाल बंद कर दिया गया है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए बैंक परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन जांच जारी रहने तक बैंक की सेवाओं को स्थगित रखा जा सकता है। पुलिस अब उन सुरागों की तलाश कर रही है जो इस हाई-प्रोफाइल डकैती के मास्टरमाइंड तक पहुंचा सकें।
