नई दिल्ली। बिहार में हिजाब विवाद में बुरी तरह घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली, जिसमें कई अहम राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा हुई। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश के साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे। तीनों नेता एक ही वाहन से प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे, जिससे इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को पटना से दिल्ली पहुंचे थे। बिहार विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद यह उनका पहला दिल्ली दौरा है। ऐसे में इस मुलाकात को एनडीए के भीतर समन्वय और आगामी रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मुख्य रूप से तीन मुद्दों पर बातचीत हुई। पहला और सबसे संवेदनशील मुद्दा हिजाब विवाद का रहा।
हिजाब हटाने के बाद नुरसत परवीन के अब तक नौकरी जॉइन नही करने और इस मामले को लेकर देश-विदेश में हो रही बयानबाजी पर भी चर्चा की गई होगी, ऐसी संभावना जताई जा रही है। एनडीए नेतृत्व नहीं चाहता कि इस विवाद का असर 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर पड़े। दूसरा अहम मुद्दा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर रहा। हाल ही में नितिन नबीन के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनके पास रहे दो विभागों की जिम्मेदारी को लेकर पुनर्व्यवस्था आवश्यक हो गई है।
ऐसे में नए मंत्रियों को शामिल करने या विभागों के पुनः बंटवारे पर भी विचार-विमर्श हुआ। तीसरा मुद्दा विभिन्न नीतियों से जुड़े वित्तीय पहलुओं का रहा। खास तौर पर महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को दिए जाने वाले 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि को लेकर केंद्र और राज्य के बीच वित्तीय समन्वय पर चर्चा की गई।
शाह के आवास भी पहुंचे नीतीश
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर भी पहुंचे थे। वहां दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान राज्यसभा सीटों, बिहार के विकास के रोडमैप और आगामी राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की गई। कुल मिलाकर यह दौरा बिहार की राजनीति और एनडीए की भविष्य की दिशा के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।

