उत्तर भारत में घने कोहरे का कहर: बर्फबारी से नेशनल हाईवे बंद प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक

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उत्तर और पूर्वी भारत के विशाल क्षेत्र में पिछले कई दिनों से जारी घने कोहरे और कड़ाके की ठंड ने सामान्य जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार को स्थिति इतनी विकट हो गई कि कोहरे की घनी चादर के कारण सड़कों पर दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई, जिससे दिल्ली-एनसीआर समेत कई इलाकों में अघोषित लॉकडाउन जैसी स्थिति नजर आई। कोहरे के इस कहर ने परिवहन के सभी माध्यमों—सड़क, रेल और हवाई यातायात—पर ब्रेक लगा दिया है। दर्जनों उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों समेत सैकड़ों ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, जिससे हजारों यात्री स्टेशनों और हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं।
रविवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को बर्फीली हवाओं के कारण कोहरे से थोड़ी राहत की उम्मीद दिखी थी, लेकिन यह राहत क्षणिक साबित हुई। कुछ ही समय बाद कोहरे की एक मोटी परत ने पूरे क्षेत्र को फिर से अपनी चपेट में ले लिया। मौसम में आए इस बदलाव का मुख्य कारण जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है, जिसकी वजह से वहां भारी हिमपात हो रहा है। भारी बर्फबारी के चलते श्रीनगर-लद्दाख नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा है। वहीं, मैदानी इलाकों में ठंड के साथ-साथ वायु प्रदूषण ने भी चिंता बढ़ा दी है; दिल्ली के वजीरपुर जैसे इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 के पार पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक श्रेणी में आता है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी राहत की संभावना कम है। 21 दिसंबर की सुबह तक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा, 25 से 27 दिसंबर के बीच कोहरे का एक और दौर आने की आशंका है, जो विशेष रूप से पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को प्रभावित करेगा। मध्य प्रदेश और झारखंड में भी अगले 24 से 48 घंटों तक कोहरे का प्रभाव बना रहेगा। कोहरे के साथ-साथ शीत दिवस की स्थिति बनी हुई है, जिसका अर्थ है कि दिन के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। तापमान के मोर्चे पर, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन उसके बाद फिर से 4 डिग्री तक की गिरावट आने की संभावना है। दक्षिण और मध्य भारत के राज्यों जैसे तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी शीतलहर चलने का अनुमान जताया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी के बीच मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। पहाड़ों पर हो रही इस बर्फबारी और मैदानी इलाकों में चल रही बर्फीली हवाओं ने पूरे उत्तर भारत को एक कोल्ड चैंबर में तब्दील कर दिया है।
