तलाक की तारीख पर मिला जीवन का नया वादा...!

लोक अदालत
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छिंदवाड़ा। परस्पर समझौते के माध्यम से आमजन को सुलभ, त्वरित एवं सस्ता न्याय दिलाने के उद्देश्य से आयोजित नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय परिसर स्थित एडीआर भवन में किया गया। लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सुशांत हुद्दार द्वारा किया गया। इस अवसर पर नेशनल लोक अदालत में कुल 1534 प्रकरणों का आपसी सहमति से निपटारा किया गया, जिसमें 14 करोड़ रुपये से अधिक के अवार्ड पारित किए गए।
विभिन्न प्रकृति के मामलों में पक्षकारों ने आपसी समझदारी का परिचय देते हुए वर्षों से लंबित विवादों का समाधान किया। इसी लोक अदालत के अंतर्गत फैमिली कोर्ट से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने उपस्थित सभी लोगों को भावुक कर दिया। मामला एक नवविवाहित दंपति का था, जिनके बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। हालात इस कदर बिगड़ चुके थे कि पति द्वारा तलाक का केस दायर कर दिया गया था, साथ ही बच्चे की कस्टडी को लेकर भी न्यायालय में मामला विचाराधीन था।
लोक अदालत में दोनों पक्ष आज तलाक लेने के उद्देश्य से उपस्थित हुए थे, लेकिन लोक अदालत के समझाइशकर्ताओं एवं न्यायिक अधिकारियों द्वारा की गई निरंतर समझाइश और प्रयासों के बाद दंपति के बीच सुलह संभव हो सकी। समझाइश के बाद पत्नी अपने बच्चे सहित पति के साथ रहने के लिए राजी हो गई और दोनों के बीच चला आ रहा विवाद पूर्णतः समाप्त हो गया। सुलह के बाद न्यायालय परिसर में ही नवविवाहित दंपति ने एक-दूसरे को माला पहनाई, यह दृश्य देख मौजूद लोग भावुक हो उठे। खुशी और राहत के भाव के साथ दोनों ने अपने बच्चे के साथ नया जीवन शुरू करने की सहमति जताई।
