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कोहली ने तोड़ी टेस्ट वापसी पर चुप्पी, बोले- अब सिर्फ वनडे पर फोकस

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रांची। रांची के जेएससीए स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 135 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर भारत को 17 रन से जीत दिलाने वाले विराट कोहली ने मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की अफवाहों पर साफ-साफ चुप्पी तोड़ दी है। कोहली ने कहा कि वे अब सिर्फ एक फॉर्मेट – वनडे – खेलेंगे और टेस्ट में लौटने का कोई इरादा नहीं है। यह बयान भारत की हालिया टेस्ट सीरीज में 0-2 की हार के बाद तेज हुई अटकलों को पूरी तरह खत्म कर देता है।
मैच के बाद प्रेजेंटेशन में जब कोहली से उनकी टेस्ट वापसी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के जवाब दिया, “हां, और यह हमेशा यही रहेगा। मैं सिर्फ एक फॉर्मेट का खेल खेल रहा हूं।” यह बयान मई 2025 में टेस्ट से संन्यास लेने के उनके फैसले को दोहराता है, जब उन्होंने इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले यह कदम उठाया था। कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन बनाए थे, लेकिन हाल के खराब प्रदर्शन और मानसिक थकान के कारण उन्होंने लाल गेंद को अलविदा कह दिया।
अफवाहें तब तेज हुईं जब भारत को साउथ अफ्रीका से घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार मिली। इससे पहले न्यूजीलैंड से 0-3 की सफेद धुलाई भी झेल चुकी भारतीय टीम की कमजोरी को देखते हुए कई पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने कोहली की वापसी की मांग की। पूर्व इंग्लैंड कप्तान केविन पीटरसन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अगर विराट और रोहित टेस्ट में लौटने पर विचार कर रहे हैं, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। टेस्ट क्रिकेट की जिंदगी दांव पर है।” बीसीसीआई ने भी इन अफवाहों को खारिज किया था। बीसीसीआई सचिव देवजित सैकिया ने कहा, “यह सिर्फ अफवाह है। कोहली से इस बारे में कोई बात नहीं हुई। ऐसी खबरों को महत्व न दें।”
कोहली की इस पारी ने न सिर्फ भारत को सीरीज में 1-0 की बढ़त दिलाई, बल्कि उनकी 52वीं वनडे सेंचुरी भी पूरी की। 120 गेंदों पर 11 चौके और 7 छक्के लगाकर उन्होंने 349/8 का मजबूत स्कोर खड़ा किया। साउथ अफ्रीका 303 पर सिमट गई। कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। टीम के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने भी उनका समर्थन किया और कहा, “जब वे इतनी शानदार फॉर्म में हैं, तो टेस्ट वापसी जैसे सवालों की क्या जरूरत।”
कोहली ने अपनी मानसिक मजबूती पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि 37 साल की उम्र में रिकवरी महत्वपूर्ण है, इसलिए मैच से पहले एक दिन का ब्रेक लेते हैं। “मेरा पूरा क्रिकेट मानसिक है। जब तक शरीर ठीक है और दिमाग शार्प महसूस हो रहा है, तब तक भरोसा बना रहता है। 300 से ज्यादा वनडे खेल चुके हैं, तो नेट्स पर एक-दो घंटे प्रैक्टिस से पता चल जाता है कि फॉर्म में हूं या नहीं।” कोहली ने यह भी कहा कि अब उनका पूरा ध्यान 2027 वर्ल्ड कप पर है, जहां वे वनडे में भारत के लिए खेलते रहेंगे।
यह बयान न सिर्फ अफवाहों को विराम देता है, बल्कि कोहली के संन्यास के फैसले को मजबूत करता है। भारत की वनडे टीम में उनकी मौजूदगी से युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन मिलेगा, लेकिन टेस्ट टीम को अब नई पीढ़ी पर भरोसा करना होगा। अगला वनडे रायपुर में खेला जाएगा, जहां कोहली की लय भारत को सीरीज जीतने में मदद कर सकती है।

