भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई में चल रही बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर महाराज) की हनुमान कथा में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। पूरा नगर राम-हनुमान नाम की गूंज और भक्ति के रंग में डूबा हुआ है। जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी कथा सुनने पहुंच रहे हैं।
शनिवार को कथा के दौरान छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पत्नी कौशल्या साय विशेष रूप से उपस्थित रहीं। महाराज ने उन्हें आत्मीय अंदाज में 'मामी' कहकर संबोधित किया और हनुमान चालीसा की चौपाई “कंचन वरण विराज सुबेशा, कानन कुंडल कुंचित केशा” पर आधारित कथा सुनाई।
व्यासपीठ से महाराज ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा – अगर आज बांग्लादेश के हिंदू भाइयों की रक्षा नहीं की गई तो कल बहुत देर हो जाएगी। मामी के माध्यम से यह संदेश दिल्ली तक भारत सरकार को पहुंचे। रोहिंग्या के नाम पर भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की घर वापसी कराई जाए और पीड़ित हिंदुओं के लिए भारत के द्वार खोले जाएं। उन्हें यहां शरण मिले।
महाराज ने कौशल्या साय के नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि नदियों की आरती और संरक्षण का संकल्प बेहद प्रेरणादायी है। यह कथा भक्ति के साथ राष्ट्रचिंतन और सामाजिक सरोकार का अनोखा संगम बन गई है। लाखों श्रद्धालु महाराज के संदेश से जुड़ रहे हैं। आयोजन में आस्था की अविरल धारा बह रही है।


