बुध ग्रह 6 दिसंबर को तुला छोड़कर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहा है और 29 दिसंबर तक यहीं रहेगा। बुध बुद्धि, वाणी, व्यापार और संचार का अधिपति माना जाता है। ऐसे में इसका मंगल की स्वामित्व वाली वृश्चिक राशि में प्रवेश सोचने, बोलने और निर्णय लेने की शैली पर गहरा प्रभाव डालता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार इस अवधि में लोग अधिक खोजी, विश्लेषणात्मक और गूढ़ विषयों में रुचि लेने वाले बनेंगे।
किस राशि को मिलेगा लाभ, किसे रखना होगा सतर्कता?
जाने बुध के वृश्चिक गोचर का राशिवार प्रभाव
मेष
बुध अष्टम भाव में। वाणी में गंभीरता बढ़ेगी। साझेदारी और ससुराल पक्ष से जुड़े मामलों में सावधानी आवश्यक।
वृषभ
सप्तम भाव में गोचर। वैवाहिक जीवन और पार्टनरशिप पर असर। नए समझौते संभव, पर दस्तावेज पढ़कर ही निर्णय लें।
मिथुन
षष्ठम भाव में बुध। नौकरीपेशा के लिए लाभकारी समय। विरोधियों पर विजय के योग। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कर्क
पंचम भाव में बुध। छात्रों के लिए सकारात्मक अवधि। प्रेम संबंधों में सामंजस्य और रचनात्मकता बढ़ेगी।
सिंह
चतुर्थ भाव में गोचर। घरेलू माहौल प्रभावित हो सकता है। संपत्ति और वाहन संबंधी निर्णय सामने आ सकते हैं।
कन्या
तृतीय भाव में बुध। संचार कौशल मजबूत होगा। लेखन, मीडिया और मार्केटिंग वाले लोगों को लाभ।
तुला
द्वितीय भाव में गोचर। आर्थिक स्थितियों में सुधार संभव। वाणी प्रभावशाली बनेगी, पारिवारिक मामलों में आपकी बात मानी जाएगी।
वृश्चिक
प्रथम भाव में बुध। व्यक्तित्व में निखार आएगा। सोच तेज होगी, लेकिन प्रतिक्रियाओं पर नियंत्रण जरूरी।
धनु
द्वादश भाव में बुध। विदेश संबंधित कार्यों में प्रगति। अनियोजित खर्चों पर रोक लगाएं। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी।
मकर
एकादश भाव में गोचर। आय बढ़ने के योग। मित्रों और बड़े भाई-बहनों से संबंध मजबूत होंगे।
कुंभ
दशम भाव में बुध। करियर में सकारात्मक अवसर। पदोन्नति और व्यवसाय विस्तार के संकेत।
मीन
नवम भाव का प्रभाव। उच्च शिक्षा, यात्रा और आध्यात्मिक सीख में लाभ। गुरुजनों का सहयोग मिलेगा।

