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मध्यप्रदेश के इस कॉलेज में अंक की गड़बड़ी से भड़की छात्राओं ने मचाया हंगामा...?

महाविद्यालय के बाहर प्रदर्शन करती हुईं नाराज छात्राएं।
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रीवा। इंदिरा गांधी कन्या महाविद्यालय में एक बार फिर जीरो अंक की गड़बड़ी ने छात्राओं का गुस्सा भड़का दिया। मंगलवार सुबह अचानक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व में सैकड़ों छात्राओं ने कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर ताला जड़ दिया और सड़क के एक हिस्से पर बैठकर जाम लगा दिया।
छात्राओं का आरोप है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय हर बार रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करता है। बीएससी मैथ्स और बायो की दर्जनों छात्राओं को प्रमुख विषयों में जीरो नंबर दिखाए गए हैं। वे कहती हैं कि कक्षाएं नियमित लीं, परीक्षा अच्छी दी, फिर भी साल बर्बाद कर दिया गया। न कॉलेज प्रबंधन जवाब देता है, न विश्वविद्यालय कोई स्पष्टीकरण देता है।
आंदोलन इतना अचानक और तेज था कि कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही एसडीएम राहुल सिलड़िया, सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान और सिटी कोतवाली प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। छात्राओं ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और रिजल्ट की उच्चस्तरीय जांच, दोबारा मूल्यांकन और पारदर्शी प्रक्रिया की मांग की।
इसी बीच एक गर्भवती छात्रा बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मुख्य गेट पर ताला लगा होने से वह फंस गई। जब एसडीएम ने ताला खुलवाने को कहा तो एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनसे बहस शुरू कर दी। मामला बढ़ता देख छात्रा को पिछले गेट से निकाला गया, लेकिन इसके बाद छात्र नेताओं ने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
एबीवीपी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा। छात्राओं ने कहा कि साल दर साल यही धांधली चल रही है, अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कई छात्राएं रोते हुए अपनी मार्कशीट दिखा रही थीं और कह रही थीं कि पूरा साल खराब हो गया, अब क्या करेंगे।
प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने छात्राओं को समझाया और विश्वविद्यालय से बात करने का भरोसा दिया। फिलहाल गेट का ताला खुलवाया गया और जाम हटाया गया, लेकिन छात्राओं का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है। कॉलेज प्रशासन और विश्वविद्यालय की चुप्पी ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर ये जीरो मार्क्स की गड़बड़ी हर साल क्यों होती है और इसका जिम्मेदार कौन है।
