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सिंहस्थ 2028 के लिए लाई गई लैंड पुलिंग योजना वापस, किसानों ने मनाया जश्न

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सिंहस्थ 2028 के मद्देनज़र सरकार द्वारा लागू की गई लैंड पुलिंग योजना को सोमवार देर रात राज्य सरकार ने वापस ले लिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों के बीच हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया। घोषणा होते ही उज्जैन में किसानों ने आतिशबाजी और ढोल-ढमाकों के साथ खुशियां मनाईं। कई किसानों ने सिंहस्थ भूमि की मिट्टी मंदिर में अर्पित कर आभार जताया।
सरकार ने सिंहस्थ के लिए 2378 हेक्टेयर भूमि पर स्थायी निर्माण की योजना बनाई थी। लैंड पुलिंग योजना का पिछले आठ महीनों से भारतीय किसान संघ और किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में लगातार विरोध किया जा रहा था। असर न दिखने पर किसान 'घेरा डालो–डेरा डालो' आंदोलन की तैयारी कर चुके थे और मंगलवार से बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी।
किसानों की सख्त चेतावनी और बढ़ते विरोध को देखते हुए सीएम ने सोमवार रात किसान संघ पदाधिकारियों को भोपाल स्थित अपने निवास पर बुलाया। करीब दो घंटे चली बैठक में किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। अंततः सरकार को योजना वापस लेनी पड़ी। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, संभागायुक्त आशीष सिंह, कलेक्टर रौशन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सहित किसान संघ के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।
