ADVERTISEMENT
ऑपरेशन सिंदूर में PoK पर कब्जा होता तो भारत के सामने खड़ा हो जाता नया राक्षस: खंडारे
Advertisement
छत्रपति संभाजीनगर : रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल विनोद जी खंडारे एक अहम बात कही है। जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था तब वह रक्षा मंत्रालय के मुख्य सलाहकार थे। उन्होंने कहा कि अगर भारत ने PoK पर कब्जा कर लिया होता तो भारत-पाक के बीच चल रहा तनाव और बढ़ जाता। इतना ही नहीं यह भारत के लिए एक नया खतरा पैदा कर देता। लेफ्टिनेंट जनरल विनोद ने कहा कि पाकिस्तान के DGMO ने भारत से अनुरोध किया था कि युद्धविराम कर दें। पाकिस्तान के डीजीएमओ के अनरोध के बाद भारत ने सीजफायर का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि युद्ध कोई सस्ता समाधान नहीं है। युद्ध में बहुत खर्चा होता है और इससे देश के ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ता है। हमें तय करना होगा... एलजी ने कहा कि हमें खुद यह तय करना होगा कि हम अपने देश को कहां ले जाना चाहते हैं। खासकर ऐसी स्थिति में जब हम 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमें यह सोचना है कि हम अपनी अगली पीढ़ी को क्या दे रहे हैं। पाकिस्तान को बताया पुलिस स्टेट लेफ्टिनेट जनरल महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एनजीओ ज्ञानयज्ञ फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम बोल रहे थे। उन्होंने पाकिस्तान को बेवकूफ़ देश कहा। उन्होंने कहा कि युद्ध के नियमों के अनुसार पाकिस्तान को सबक सिखाया गया है। विनोद जी खंडारे को परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल जैसे सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान को एक पुलिस स्टेट कहा, जहां पर अक्सर सैन्य शासन और राजनीतिक अराजकता देखने को मिलती है। ऑपरेशन सिंदूर था हाइटेक युद्ध लेफ्टिनेंट जनरल ने ऑपरेशन सिंदूर को राजनीतिक इच्छा और सैन्य कार्रवाई का मेल बताया। उन्होंने कहा कि मई में हुए भारत-पाक संघर्ष के दौरान देश ने किफायती और आधुनिक युद्ध तकनीकों का प्रयोग किया, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हम हाई-टेक समाधान अपना सकते हैं, जिसमें कॉमन सेंस का इस्तेमाल किया जाए। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हाइटेक युद्ध लड़ा। इशारों में विपक्ष पर साधा निशाना विनोद जी खंडारे ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत पर लगाए गए टैरिफ का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग हमसे नाखुश हैं और हम पर टैरिफ लगा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सफलता पर पाकिस्तान ने जो सवाल उठाए, उस पर खंडारे ने कहा कि हमें उनकी बातों से फर्क नहीं पड़ता। दुख तब होता है जब हमारे देश के चैंपियन ही संदेह या सवाल उठाते हैं।
