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धर्म-कर्म-आस्थाGeneralमटकी फोड़ से लेकर कृष्ण लीला तक… उदयपुर में जन्माष्टमी का महा उत्सव! जानें क्या होगा खास?

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मटकी फोड़ से लेकर कृष्ण लीला तक… उदयपुर में जन्माष्टमी का महा उत्सव! जानें क्या होगा खास?

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Unknown Author
15 अगस्त 2025, 12:45 am IST
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उदयपुर. झीलों की नगरी में इस बार जन्माष्टमी उत्सव तीन दिन तक धूमधाम से मनाया जाएगा. शहर के जगदीश मंदिर, इस्कॉन जगन्नाथ मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिरों में 15 से 17 अगस्त तक विशेष आयोजन होंगे. वहीं शहर के चार प्रमुख स्थानों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी. 16 अगस्त को सुभाष चौक, 17 अगस्त को जगदीश चौक और 18 अगस्त को हिरण मंगरी क्षेत्र में विशाल मटकी फोड़ आयोजन होगा. गंगूकुंड स्थित इस्कॉन जगन्नाथ मंदिर में 15 अगस्त से तीन दिवसीय विशाल जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत होगी. मुख्य कार्यक्रम 16 अगस्त को प्रातः मंगला आरती से प्रारंभ होकर रात 12:15 बजे महा आरती तक चलेगा. इस दिन आने वाले सभी भक्तों को फलाहारी प्रसाद वितरित किया जाएगा. मंदिर अध्यक्ष मायापुर वासी प्रभु ने बताया कि शाम 6 बजे से हरिनाम संकीर्तन, भजन और कथा के बाद इस्कॉन के बच्चों द्वारा कृष्ण लीलाओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी. जन्माष्टमी महोत्सव की विशेष झलकियां रात 8:30 बजे राधा-कृष्ण की शोभायात्रा के साथ भगवान को मुख्य मंच पर विराजमान कराया जाएगा, जिसके बाद गंगाजल, पंचामृत और नारियल जल से अभिषेक किया जाएगा. पुष्पों की वर्षा के साथ भगवान का भव्य श्रृंगार किया जाएगा. इस अवसर पर पूना के श्यामानंद गौर प्रभु, दिल्ली के असित प्रभु और वृंदावन के दामोदर हरि प्रभु के श्रीमुख से कथा श्रवण का अवसर मिलेगा. मंदिर में भक्तों के हाथों से तैयार दस हजार से अधिक शुद्ध व्यंजनों का छप्पन भोग लगाया जाएगा, जो एक कीर्तिमान होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम और विशेष तैयारियां 15 अगस्त की शाम 4 से 8 बजे तक स्वतंत्रता दिवस थीम पर शिक्षाप्रद धार्मिक नाटिकाएं, जादू शो और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित होगी. इस दौरान बच्चों का मटकी फोड़ कार्यक्रम भी होगा, जिसमें विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा. वहीं 17 अगस्त को सुबह 9 बजे से नंदोत्सव और संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद की व्यास पूजा, कथा व अभिषेक आरती होगी. मंदिर को अंदर-बाहर रंग-बिरंगी फूलमालाओं, बंदनवार और लाइटिंग से सजाया जा रहा है. पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग दर्शन व्यवस्था, पार्किंग की सुविधा सत्यम गार्डन और सांवरिया गार्डन में रहेगी. 300 सेवकों की टीमें आयोजन को सफल बनाने में जुटी हैं.

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