धान उपार्जन में दोहरी तौल का खेल? किसानों से ज्यादा वसूली, विवादित प्रबंधक को फिर मिली दो केंद्रों की कमान

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सतना जिले की रामपुर बघेलान तहसील के अंतर्गत आने वाली सेवा सहकारी समिति देवरी चोरहटा एक बार फिर विवादों में घिर गई है। करोड़ों रुपये के पुराने घोटालों में कथित रूप से लिप्त रहे प्रभारी समिति प्रबंधक रणबीर सिंह को एक बार फिर दो-दो धान उपार्जन केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपे जाने से किसानों में भारी नाराजगी है। पहला केंद्र उर्मालिया बेयर हाउस उमरी सोनौरा में और दूसरा ओपन कैंप चोरहटा में संचालित किया जा रहा है।
ओपन कैंप चोरहटा के पीड़ित किसानों ने इस व्यवस्था के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत की, जिसके बाद रामपुर बघेलान के अनुविभागीय अधिकारी बी.के. मिश्रा मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्याएं सुनीं। किसानों राजनारायण पांडे, ब्रजेश तिवारी सहित अन्य ने बताया कि उनसे प्रति बोरी 41 किलो 200 ग्राम की दर से धान तौलवाया गया। इतना ही नहीं, तुलाई और सिलाई का खर्च भी किसानों से ही वसूला गया।
किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि व्यापारियों से अलग मापदंड अपनाए जा रहे हैं। व्यापारियों से 40 किलो 700 ग्राम की तौल के साथ 400 ग्राम अतिरिक्त लिया जा रहा है और उनसे प्रति क्विंटल 30 रुपये वसूले जा रहे हैं। आरोप है कि प्रभारी समिति प्रबंधक ने व्यापारियों को बोरे उपलब्ध करवा दिए हैं, जिससे वे अपने घरों में ही जूट के बोरों में धान भरकर सीधे उपार्जन केंद्रों तक पहुंचा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है और नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि किसानों की जेब पर डाका डालने के आरोप झेल रहे प्रभारी समिति प्रबंधक रणबीर सिंह के खिलाफ आखिर कब तक कार्रवाई होगी, और उन्हें बार-बार इतनी अहम जिम्मेदारियां क्यों सौंपी जा रही हैं।
